Haryana Weather News रियाणा में 27 November यानी की सोमवार से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण 27 नवंबर को हरियाणा के कई जिलों में बारिश देखने को मिली थी. सोमवार के बाद अब Thursday को भी प्रदेश के कई जिलों में बारिश देखने को मिली. गुरुवार को करीब 6 जिलों में बारिश हुई. जिसमें प्रदेश में सबसे अधिक बारिश अम्बाला जिले में 9mm दर्ज की गई
Haryana Weather News 12 जिलों में अलर्ट जारी
मौसम विशेषज्ञों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार गुरुवार को 6 जिलों में बारिश हुई. जिसमें पंचकूला जिले में बारिश के साथ ओलावृष्टि दर्ज की गई, जबकि अंबाला जिले में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई. इसके अलावा मौसम विशेषज्ञों द्वारा जारी जानकारी के हिसाब से प्रदेश के करीब 12 जिलों करनाल, Kaithal, कुरुक्षेत्र, अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर, मेवात, फरीदाबाद, गुड़गांव, पलवल, जींद और फतेहाबाद जिलों में घने कोहरे का Alert जारी किया गया है. जबकि सड़कों पर कोहरा इतना ज्यादा हो गया है कि लोगों को आगे के साधन देखने के लिए Headlight जलानी पड़ रही है
मौसम में अचानक बदलाव
देशभर में दो दिन की बारिश के बाद सोनीपत में मौसम में अचानक बदलाव देखा गया है. सुबह से ही गहरी धुंध देखने को मिल रही है. विजिबिलिटी जीरो हो गई है. दो पहिया वाहन से लेकर चार पहिया वाहन सड़कों पर रेंग-रेंग कर चल रहे हैं. सर्दी पूरी तरह से दस्तक दे चुकी है. स्कूली बच्चे भी सर्दी के मौसम में स्कूल जाते हुए नजर आ रहे हैं.
पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के बाद सोनीपत में लगातार मौसम में बदलाव देखा जा रहा है. मौसम में समय की मात्रा बढ़ने से सर्दी दस्तक दे रही है. सोनीपत में आज सर्दी की पहली धुंध देखने को मिली है. सुबह से ही गहरी धुंध के कारण यातायात प्रभावित हो रहा है. दो पहिया वाहन से लेकर चार पहिया वाहन सड़कों पर चलने में परेशानी उठा रहे हैं. वाहनों की गति पर विराम लग गया है
किसानों के चेहरे पर आई खुशी
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 2 से 5 December तक मौसम खुश्क रहेगा. इस दौरान उत्तर पश्चिमी हवाई चलने से रात के तापमान में गिरावट होने और दिन के तापमान में वृद्धि होने का अनुमान है. October- November महीने में 7% कम बारिश हुई है जबकि 1 अक्टूबर से 27 नवंबर तक सुबे में 11.9mm बारिश दर्ज की गई है जो सामान्य से 7% कम है. बदले मौसम की मिजाज ने जहां वाहन चालकों के लिए रूकावटे पैदा की, वही दूसरी तरफ किसानो के चेहरे पर खुशी आ गई है.
गेहूं की बिजाई के लिए उपयुक्त समय
जिस भी किसान ने गेहूं की बिजाई अभी तक नहीं की है वह इस समय गेहूं की बिजाई कर सकते हैं. जब-जब बारिश होती है किसानों का चेहरा खुशी से खिल उठता है. वही विशेषज्ञों का कहना है कि गेहूं की फसल के लिए अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस सबसे अधिक बेहतर रहता है. यह समय गेहूं की बिजाई और फसल की Growth के लिए बिल्कुल सही है I
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